Friday 12 October 2012

कुछ पल .....


ज़िन्दगी मै सबको सुकून के पलों की तलाश होती है, जलती धुप मै ठंडी छाँव की आस होती है, दिन बना जाए वो चेहरा देख कर, बस उस पल आने का हर सुबह इंतज़ार रहता है , पता नहीं क्यों बस देख लूँगा वो मुस्कराहट ये विश्वास रहता है ,..... सुन कर वो आवाज़ दिन शुरू करना चाहता हूँ , जो सुन कर सपना देखा करता हूँ, ...पता नहीं क्यों ऐसा होता है की एक अनजान चेहरा अचानक दिल के करीब होता है , शायद इसको ही कहते है की किस्मत वालो का ही तो ऐसा नसीब होता है .... समझ नहीं आता की क्यों यह सब लिखता हूँ उसके लिए मैं , सब समझती है वो भी , सब समझते है हम भी , फिर भी कुछ ना कह पाने का एहसास होता है....ख़ाली पन्नो पर लिख दो हमारे लिए कुछ तो हम भी जाने ...शब्द होते सबके पास है , पर शब्द कोई हम जैसा कहे आपकी शान मै तो हम भी जाने.....

1 comments:

soni said...

ye pal, aaapk kuch pal bohot hi khaas hai

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